बाजार में आया सादा पान मसाला भी कम खतरनाक नहीं हैं। पान मसाले की एक छोटी सी पुड़िया में 40 तरह के खतरनाक केमिकल मिलाए जा रहे हैं। देश के 10 बड़े पान मसाला ब्रांड्स की जांच मे निष्कर्ष आया है कि यह पहले भी ज्यादा खतरनाक हो गया है। इनमें सात ब्रांड जुड़े हैं। लोगों के इनके स्वाद का लती बनाने को मेग्नीशियम कार्बोनेट को दस गुना तक ज्यादा मिलाया जा रहा हैइंटरनेशनल जनरल आफ करंट फार्मा के रिसर्च में यह खौफनाक तस्वीर सामने आई हैं। 40 से बन जाते हैं 3096 केमिकल एक पुड़िया में मिलने वाले चालीस केमिकल आपस में प्रतिक्रिया करके 3096 से ज्यादा केमिकल बना लेते हैं। यही हानिकारक तत्व मिलकर हमारे मुंह की सुरक्षा परत को ध्वस्त कर कैंसर को जन्म दे रहे हैं।
नपुसंकता का खतरा
खतरनाक केमिकल से बने पान मसाले पुरुषों को नपुसंक तक बना रहे हैं। उच्च रक्तचाप, हृदयगति तेज होना, दिल का दौरा, घबराहट, चक्कार और छाती के दर्द का कारक भी पान मसाला है।
लगातार बढ़ रहे हैं कैंसर के रोगी
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर साल 2016 में 14 लाख 51 हजार 2017 में 15 लाख17 हजार. 2018 में 15 लाख 86 हजार हो गयी है। अधिकांश लोगों में कैंसर का कारण पान मसाला ही है
ये हानिकारक केमिकल
अनडाइल्यूट हाइड्रोक्लोरिक एसिड टोटले एश, एश इन्साल्यूबल मैग्नीशियम कार्बोनेट, गैम्बियर टोबेको स्पेसिफिक एन नाइट्रोसेमाइन्स सीसा और तांबा जैसी भारी धातुएं इन तत्वों का पान मसाले में प्रयोग परी तरह प्रतिबंधित है। रही रही कसर सुपारी, चूना, नकली,कत्था, आर्टिफिशियल फ्लेवरिंग एजेन्ट्स जैसे केमिकल ने पूरी कर दी है|